अगर आप वेब सीरीज की दुनिया में घूमने की शौकीन हो तो इंतजार किस बात का आईए देखते हैं ऐसे कुछ 2024 की 10 चुनिंदा वेब सीरीज जिन्हें देखना चालू करने के बाद आप सीरीज को अधूरा नहीं छोड़ पाएंगे यह 10 रोमांचक सीरीज आपको आखरी तक बंदे रखेगी, इसमें आपको एक अच्छी गुणवत्ता वाली acting, story, action, drama, suspense, Romance सब भर भर के मिलेगा 2024 खत्म होने में दो ही महीना बाकी है तो 2024 के खत्म होने के साथ साथ आपको ये सभी वेब सीरीज भी देखकर खत्म कर लेनी चाहिए

Kota Factory Season 3

IMDB RATING 9.0/10
कोटा फैक्ट्री वेब सीरीज यह एक एजुकेशन प्रणाली को दर्शाते हुए बनाई गई है यह सीरीज का तीसरा भाग नेटफ्लिक्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 20 जून 2024 को रिलीज कर दिया गया है, कोटा फैक्ट्री सीजन 3 में राजस्थान के कोटा के नियम कायदे वहां के विद्यार्थियों की परेशानी वहां की शिक्षक की परेशानी को खुलकर बताया गया है इन विद्यार्थियों की पढ़ाई के सफर का कोई अंत तो नहीं है लेकिन साथ-साथ पढ़ने वाले विद्यार्थी कब किसको कहां पीछे छोड़ दे यह इस सीरीज में बखूबी दिखाया गया है
कोटा फैक्ट्री में मुख्य अभिनय प्ले करने वाले जितेंद्र कुमार का अभिनय तारीफे काबिल है उन्होंने बहुत अच्छे से किरदार को समझ के उसको पर्दे पर दर्शाया है वे एक ईमानदार और जिम्मेदार शिक्षक का रोल अदा कर रहे हैं जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों को बड़ी अच्छी तरीके से संभाल रखा है मेंटली भी इमोशनली भी वह एक शिक्षक बने ही है और साथ में विद्यार्थियों के जीतू भैया भी बने हैं जो की उनकी निजी तकलीफों को हल करते हैं,
कोटा फैक्ट्री के पिछले दो सीजन में जीतू भैया का रोल दमदार और निडर था लेकिन यह तीसरे सीजन में जीतू भैया को सहमा हुआ दोषी अनुभव करवाया है, ऐसा क्यों है वह आपको सीजन देखने के बाद ही पता चलेगा हालांकि बाद में पहले जैसे ही विश्वास जुटा के पढ़ने लगते हैं आगे आपको देखने मिलेगा केमिस्ट्री टीचर पूजा दीदी की एंट्री वे भी बच्चों को अच्छा पढ़ने में लग जाते हैं लेकिन इन्हें कोटा फैक्ट्री की काली सच्चाइयों का सामना करते हुए आगे बढ़ना पड़ता है अंत में बच्चों के एग्जाम्स और रिजल्ट के साथ में बच्चों की भविष्य का और जीतू भैया की भविष्य का भी फैसला होता है
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Panchayat Season 3

IMDB RATING 9.0/10
पंचायत सीजन 3 वेब सीरीज को अमेजॉन प्राइम में रिलीज किया गया है यह कहानी है सीधे-साधे फुलेरा गांव की है जहां हालात के चलते सीधे-साधे लोग उतर जाते हैं दंगाई पर पंचायत की कहानी में कलाकार जितेंद्र कुमार ने अभिषेक का किरदार निभाया है जो की फुलेरा गांव के सचिव रहते हैं और उनकी कहानी फुलेरा गांव के ही इर्द गिर्द घूमती है
इसमें विधायक और प्रधान की निजी लड़ाई को राजनीतिक बनाने का पूरा जोर दिया गया है इसके लिए गांव में क्या-क्या उल्टे सीधे खेल होते हैं वह आपको यह सीरीज में देखने मिलेगा और कैसे सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग करते हैं वह भी विस्तार से बताया है |
पंचायत सीजन 3 में हालांकि बहुत बड़े मुद्दों पर बात नहीं कर रही है लेकिन फुलेरा सीधे-साधे गांव जैसे कई ऐसे छोटे गांव के लोगों की तकलीफों को इस सीरीज के द्वारा आसानी से समझा जा सकता है तकलीफों को परखा जा सकता है अभी भी ऐसे कई छोटे गांव है जहां पर सरकारी हक का गलत फायदा उठते हैं उनकी तकलीफों को न जाने कई बार नजरअंदाज कर देते हैं जो की आगे चलकर एक बड़े बवंडर में तब्दील हो जाता है और दंगा फसाद का रूप ले लेता है |
किरदार की बात करें तो नीना गुप्ता और रघुवीर यादव यह प्रधान का रोल निभा रहे हैं यह दोनों अपनी अदाकारी से कहानी को बांधे रखते हैं पिछले सीजन के मुकाबले तीसरे सीजन में उनकी कलाकारी और रोमांचक हुई है वहीं दूसरी तरफ विधायक का रोल निभाने वाले पंकज झा ने दमदार नेगेटिव एक्टिंग दिखाई है इन्होंने दर्शकों को अपने रोल से इमोशनल भी किया और साथ में बखूबी गुस्सा भी दिलाया |
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Sapne vs Everyone

IMDB RATING 9.3/10
सपने वर्सेस एवरीवन वेब सीरीज यूट्यूब पर रिलीज की गई है सपने वर्सेस एवरीवन इस अच्छे नाम की तरह ही इसकी स्टोरी भी बहुत दमदार है यह स्टोरी लिखा है अमरीश वर्मा ने और खुद अमरीश वर्मा इसमें अभिनय कर रहे हैं जिमी नाम के किरदार के साथ और बेहतरीन तरीके से उन्होंने अपना कलाकारी दिखाया है साथ में परमवीर सिंह चीमा भी मुख्य किरदार निभा रहे हैं प्रशांत नाम के साथ, इस सीरीज में दोनों दोस्त है और एक ही कंपनी में काम करते हैं लेकिन पूरी तरह दोनों एक दूसरे से स्वभाव में अलग है |
अमरीश वर्मा जो कि जिम्मी नाम का किरदार निभा रहे हैं उनका काम करने का तरीका प्रशांत से अलग है वह कंपनी में काम करने के साथ-साथ बाहर गलत तरीके से काम करवा कर पैसा कमाता है टेढ़ी चल चल के घर बिकवाता है यह सब करके जिमी भी अपने सपने पूरा करना चाहता है और इसकी लड़ाई अपने खुद के मामा से है जिमी अपने मामा से क्यों बदला लेना चाहता है यह आपको सीरीज देखने से ही पता चलेगा इसी तरह सपने वर्सेस एवरीवन में जिमी के लिए एवरीवन उसके मामा है |
वहीं दूसरी तरफ प्रशांत का किरदार निभा रहे परमवीर सिंह चीमा अपना काम ईमानदारी और लगन से कर रहे हैं उन्हें भी अपने सपने पूरे करने हैं लेकिन सही तरीके से, प्रशांत का सपना होता है एक्टर बनने का इसके लिए वह मुंबई भी जाता है लेकिन किस्मत को यह मंजूर नहीं होता बीच में ही अपनी मां की तबीयत खराब होने की वजह से घर वापस आना पड़ता है और वहीं पर ही घर चलाने के लिए एक प्रॉपर्टी डीलर के पास में काम करना पड़ता है |
प्रशांत ईमानदारी से मेहनत करता है लेकिन उसका बॉस उसके सीधे-साधे होने का बहुत फायदा उठाता है जब शाम में उसके घर जाने का टाइम होता है तभी वह मीटिंग रखता है और अपडेट्स लेता है काम नहीं होने पर बुरी तरह सुनता है और देर तक बैठता है इससे तो समझ ही आता है कि प्रशांत के लिए एवरीवन में उसका बॉस होता है |
आखरी में प्रशांत की अच्छाई देखकर जिमी भी सुधरने लगता है जिमी ने जो पैसा क्लाइंट से खाया रहता है वह प्रशांत के अच्छाई को देखकर समझ कर वह क्लाइंट को पैसा वापस कर देता है मतलब की कहानी इस आखिरी मोड़ पर एक खुशहाल और ईमानदारी के जीवन पर चालू होता है |
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Gullak S4

IMDB RATING 9.1/10
गुल्लक सीजन 4 वेब सीरीज को सोनीलिव पर रिलीज किया गया है यह गुल्लक नाम हमारे बचपन की यादों से जुड़ा हुआ है हम जब भी गुल्लक बोलते हैं तो वह सारी हमारे पुराने मिडिल क्लास वाले मजेदार बातें ताजा हो जाते हैं, एक छोटे से गुल्लक में न जाने घर के कई लोगों से मिले हुए पैसे को यादों की तौर पर जमा करके रखते थे वह पैसे की माल से ज्यादा उनमें छुपा हुआ वह रिश्तेदारों का प्यार याद रहता था इसी तरह गुल्लक नाम की यह वेब सीरीज एक मिडिल क्लास फैमिली की खट्टे-मीठे बातों को सामने रखती है,
मिडिल क्लास फैमिली में सबसे बड़ी बात होती है साथ रहना आगे मुश्किलें आते हैं चीज उलझती है फिर सुलझती है फिर उलझती है फिर सुलझती है लेकिन अपनों का साथ होता है तो उलझन सुलझा ही जाती है गुल्लक वेब सीरीज में जमील खान पापा बने संतोष मिश्रा का किरदार निभा रहे हैं, गीतांजलि कुलकर्णी मम्मी शांति मिश्रा का किरदार निभा रही है, वैभव राज गुप्ता बड़े भाई अनु मिश्रा का किरदार निभा रहे हैं, हर्ष मायर छोटे भाई अमन मिश्रा का किरदार निभा रहे हैं |
गुल्लक के चौथे सीजन मे संतोष मिश्रा के परिवार के जीवन में फिर से कुछ चुनौतियां आती है उसे परिवार परेशान होता है शुरू में लाइफ अच्छी चलती रहती है लेकिन संतोष मिश्रा के पिताजी ने उनका पुश्तैनी घर का कुछ हिस्सा अवैध तरीके से बनाया गया रहता है इसी कारण उनको एक सरकारी नोटिस मिलती है की जो अवैध हिस्सा है उसे तोड़ दिया जाएगा इसके संबंधी में एक अधिकारी उनके घर नोटिस लेकर आता है अब इससे बचने के लिए मिश्रा परिवार क्या करता है यह आपको एपिसोड देख कर पता चलेगा |
उसके बाद एक चोर शांति मिश्रा की सोने की चेन गले से चुरा लेता है, एक तरफ अमन मिश्रा अपनी युवा उम्र के चलते बहक जाता है वही एक तरफ बड़े भाई अनु मिश्रा एक फार्मेसी के शॉप में काम करता है और कैसे अपना प्रोडक्ट बेचना है वह अलग-अलग क्लीनिक में जाकर मेहनत करता है उसमें उसको काफी कठिनाई आती है यही खट्टे-मीठे रोमांचक मोड देखने के लिए आपको सीरीज देखना पड़ेगा, कुल मिलाकर गुल्लक की कहानी आपको अपनापन दिखाकर जुड़े रखती है |
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IMDB RATING 8.0/10
मामला लीगल है वेब सीरीज सौरभ खन्ना द्वारा लिखी गई कॉमेडी ड्रामा श्रेणी की अद्भुत वेब सीरीज है जो नेटफ्लिक्स पर 1 मार्च 2024 को रिलीज की गई है कोर्ट रूम कॉमेडी को लेकर कई सारी वेब सीरीज पहले भी आई है लेकिन इस सीरीज में नए-नए अनोखी मुकदमे चलाए जाते हैं जो की वैध ममले के साथ मजेदार भी होते हैं, इसमें रवि किशन जी का अभिनय काबिले तारीफ है उन्होंने कॉमेडी इमोशनल संवेदनात्मक सारे ही भावनाएं अच्छी तरीके से निभाया है |
वह एक जाने माने जुगाड़ू वकील होते हैं जो पटपड़गंज जिला न्यायालय में काम करते हैं उनके पिताजी एक जज रहते हैं जो की कहानी में उनकी जज की पहचान छुपाई गई है वह क्यों आपको सीरीज देखकर पता चलेगा |
वेब सीरीज की कहानी में देखा जाए तो रोमांचक दिलचस्प कहानियां सामने निकल कर आती है जो आपको बहुत इंटरटेन करेगी एक मुकदमा तो ऐसा निकाल कर आता है जिसमें एक तोता एक महिला को देखकर गाली देने से रुकता नहीं है इसलिए पड़ोसी आपस में लड़ते हैं
वहीं दूसरी तरफ एक मुकदमा ऐसा होता है जहां पांच चोर मिलकर एक व्यक्ति को लूट लेते हैं और पुलिस उन पर चोरी की धारा लगती है जो धारा रवि किशन जी यानी की वी.डी त्यागी नहीं मानते वह अपना टेढ़ा और जुगाड़ू दिमाग लगाकर बोलते हैं की जहां पांच लोग मिलकर चोरी करें उसे चोरी नहीं डकैती कहते हैं तो डकैती की धारा अलग होती है और इसी वाक्य पर जज को बेल की सुनवाई करनी ही पड़ जाती है ऐसे ही अजीबो गरीब खट्टे मीठे कहानी पूरी सीरीज में देखने मिलती है जो आपको बांधे रखती है |
सीरीज के किरदार की बात करें तो रवि किशन जी के साथ-साथ महिला एडवोकेट बनी नाइला ग्रेवाल जी ने भी बहुत अच्छा किरदार निभाया है वहां जिला न्यायालय में सबसे अच्छी पढ़ी-लिखी नाइला ग्रेवाल ही होती है क्योंकि वह बाहर देश से हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय से लॉ पढ़ कर आई रहती है ऐसे और भी केदार होते हैं जिन्होंने लगभग अच्छा काम किया है
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Maharani S3

IMDB RATING 7.9/10
महारानी सीरीज सुभाष कपूर द्वारा लिखी गई एक राजनीतिक सीरीज है जो सोनी लिव पर रिलीज हुई है इस सीरीज में हुमा कुरैशी का अभिनय तारीफे काबिल है इन्होंने रानी भारती नाम का किरदार निभाया है और रानी भारती के नाम से काफी फेमस भी हो गई है और यह सीरीज को बहुत प्यार और सफलता मिला है एक-एक किरदार का अभिनय दमदार है एक के बाद एक सस्पेंस खुलने लगते हैं और आगे के एपिसोड देखने की ललक बनी रहती है, इसमें सारे राजनीतिक दाव पेच खुलकर बताया गया है जो आपको बेहद एंटरटेन करेगी
महारानी के पिछले दो सीजन के बाद दर्शकों को तीसरे सीजन का बेसब्री से इंतजार था जो 7 मार्च 2024 को सोनी लिव पर रिलीज कर दिया गया था उसके बाद सीरीज ने दर्शकों का प्यार खूब बटोरा हम कहानी की बात करें तो महारानी सीजन 1 सीजन 2 में आपने देखी लिया होगा की सोहम शाह और हुमा कुरैशी इनके बीच की नोंकझोंक सीजन 1 में हुमा कुरैशी मतलब रानी भारती एक गांव में रहने वाली ग्रहणी का रोल करती है वाली दूसरी तरफ उनके पति सोहम शाह मतलब भीम भारती राजनीतिक दाव पेच खेलते रहते हैं
मुख्यमंत्री पद के लिए और सीजन 1 खत्म होते होते रानी भारती राजनीतिक दाव पेच को समझने लगती है और सीजन 2 में रानी भारती बीमा भारती के गलत इरादे को समझने लगती है और बीमा भारती के खिलाफ ही जंग शुरू कर देती है सीजन 2 में रानी भारती लड़ते-लड़ते जय तक पहुंच जाती है अपने पति के मृत्यु के जुर्म में
अब सीजन 3 के आगे की कहानी में रानी भारती को जेल में दिखाया जाता है जो भीम भारती के मृत्यु के जुर्म में पटना जेल में 3 साल से बंद रहती है वहां जेल की जेलर पूरी तरह नए मुख्यमंत्री नवीन कुमार से मिली हुई है जब डॉक्टर रानी भारती के चेकअप के लिए आते हैं तो उन्हें पूरी तरह मना कर देती है, आपने पहले दूसरे सीजन में देखा होगा की कैसे नवीन कुमार चाल चलके भीमा भर्ती को मरवा देता है और सारा इल्जाम बीमा भारती के पत्नी रानी भारती पर लगा देता है
जेल में रानी भारती के साथ उनके असिस्टेंट कावेरी भी मौजूद होती है जो उनको व्यावसायिक कामों से जुड़े सारे सूचना देती है एक असिस्टेंट भीम भारती का भी होता है मिश्रा जी नाम का जो अब उनकी पत्नी रानी भारती के हित में खड़ा रहता है मिश्रा जी रानी भारती को जेल में मिलने जाते हैं वह उनको बोलते हैं की जेल में आपको रहे 3 साल बीत चुके हैं लेकिन आपके खिलाफ कोई ना सबूत मिला है ना कोई चार्ट शीट फाइल हुई है
मुख्यमंत्री नवीन कुमार अपना पावर दिखाकर सिर्फ इस केस को खींच रहा है तब रानी भारती बात को अनदेखा कर देती है और अपनी जगह किसी और मालती नाम की महिला की जमानत करवाती है और बोलती है इनको बाहर आने की जरूरत मुझे ज्यादा हैअब दूसरी तरफ अनुजा साठे जो की कीर्ति सिंह का किरदार निभा रही है यह भी शामिल होती है बीमा भारती के कातिलों में इसीलिए कई रातों से भीम भारती के डरावने सपने कीर्ति सिंह को डरते रहते हैं
अब वही नवीन कुमार एक तरफ बीमा भारती का स्टेचू बनाकर अच्छी-अच्छी बातें करता है ताकि वहां मौजूद लोगों का भरोसा जीत सके और किसी को भी शक ना हो की मास्टरमाइंड मुख्यमंत्री नवीन कुमार है अब गौरी शंकर को दिखाया जाता है जो की एक एक लालची नेगेटिव किरदार निभा रहा है जो सत्ता के लालच में किसी का सगा नहीं है उसे सीरीज में काला नाग का भी नाम दिया गया है गौरी शंकर को नवीन कुमार द्वारा कैबिनेट में जगह नहीं देने की वजह से नवीन कुमार से दुश्मनी मोल ले ली है
वही साथ में एक दुलारी यादव नाम का टेढ़ा और घिनौना किरदार दिखाया है जो गलत काम करने के बाद भी जेल से बाहर है बिगड़े सिस्टम के चलते लेकिन इस बार रानी भारती दुलारी यादव को बहुत ही शातिर तरीके से मरवा देती है जब नवीन कुमार को पता चलता है तब रानी भारती की ताकत वह भाप लेता है और थोड़ी देर के लिए सोच में पड़ जाता है अब रानी भारती को जेल में दिखाया जाता है जो कि अपने बड़े बेटे के लिए चिंतित रहती है उसके बड़े बेटे को हमेशा से लगता है कि उसके पापा के कातिल उसकी मां है इसलिए उसे कभी मिलने नहीं आता
इस दौरान जब मिश्रा जी रानी भारती के बच्चों को लेकर स्कूल से घर ले जाते रहते हैं तो कहीं से दो लोग आकर गोली चला देते हैं या खबर रानी भारती को मिलने के बाद अपने बेल की कार्रवाई तुरंत चालू करती है क्योंकि उसके बच्चों को उनकी मां की जरूरत थी बाहर रानी भारती के कई दुश्मन थे अब रानी भारती जेल से बाहर आने के बाद राजनीतिक खिलाड़ी बन चुकी थी वह नवीन कुमार के खिलाफ एक के बाद एक दाव पेज चल रही थी
वही बाद में पता चलता है रानी भारती को जेल से बाहर निकालने के लिए मिश्रा जी ने खुद बच्चों पर गोली चलवाई थी और अब लगातार गौरी शंकर भी नवीन कुमार के खिलाफ चाल चलता है जिसमें उसके जैसे कुछ लोगों के साथ मिलकर जहरीली शराब बनता है और लोगों को पिलाता है जिससे लोग मरते जाते हैं और सारी बदनामी नवीन कुमार की होती है अब इसका फायदा यहां पर रानी भारती उठाती है
और मीडिया के सामने बोल देती है की यह बेगुनाहो की मौत नवीन कुमार की वजह से हुई है नवीन कुमार को मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए, आगे आप देखते हैं की रानी भारती बड़े ही चतुराई से नवीन कुमार के जो दुश्मन बने बैठे हैं उनको आपस में ही लाडवा के अपने भाई सन्यासी के हाथों सभी विपक्षी को मरवा देती है ताकि जनता एक बार फिर नवीन कुमार पर शक करें सारे इन्वेस्टिगेशन के बाद नवीन कुमार को यह पता चल जाता है कि 3 साल जेल में रहने के बाद रानी भारती ने जेल के महिलाओं को ट्रेनिंग देकर एक अच्छी खासी फौज तैयार कर ली है और
वह फौजी की मदद से सारे बड़े कामों को अंजाम दे रही है और सब की मास्टरमाइंड रानी भारती है, आखरी में जिस गवर्नर से मिलकर नवीन कुमार को चेकमेट देती है सारे विपक्षी को जेल भिजवाती है उसी गवर्नर को भी रानी भारती बड़े ही सफाई से स्विमिंग पूल में मरवा देती है क्योंकि रानी भारती के पति भीम भारती को मरने में गवर्नर का भी हाथ होता है उसके बाद रानी भारती को दिखाता है बड़े ही शान से सारे सिक्योरिटी मेंबर के साथ जनता के सामने आती है इसी तरह बड़े ही खूबसूरती से कहानी को अंजाम दिया है देखने से चुके ना |
Murder in Mahim

IMDB RATING 7.9/10
मडर इन महिम यह एक थ्रिलर और मिस्ट्री सीरीज है जो जिओ सिनेमा में 10 में 2024 को रिलीज की गई है इस सीरीज में काफी संवेदनशील भावनाओं का चित्रित किया है यह सीरीज LGBTQ समुदाय के लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है यह सीरीज में हम पूरी तरह देख सकते हैं की LGBTQ के लोगों के लिए हमारे समाज में क्या जगह है क्या सोच है भले ही आज 377 धारा को रद्द कर दिया गया है फिर भी क्या भारत में LGBTQ के लोग खुलकर सांस ले सकते हैं शायद नहीं
सीरीज में आप देखते हैं एक के बाद एक LGBTQ समुदाय के लोगों को एक कातिल मारते चला जाता है वहीं दूसरी तरफ इंस्पेक्टर शिवाजी राव कातिल का पता करने में जुट जात है वहीं शिवानी रघुवंशी जो फिरदौस रब्बानी का किरदार निभा रही है वह इंस्पेक्टर शिवाजी राव के साथ इन्वेस्टिगेशन करती है फिरदौस रब्बानी भी LGBTQ में शामिल रहती है लेकिन वह अपनी पहचान पूरी तरह छुपा के रखती है समाज के दर से, वही लगातार हत्या होने से केस उलझ के रह गया है
यह हत्याएं महिम रेलवे स्टेशन के एक गंदे से शौचालय से शुरू हुआ था उस शौचालय में LGBTQ समुदाय के लोग एक दूसरे से मिला करते थे जमाने से डर कर, यहां विजय राज के अभिनय ने सीरीज में जान डाल दी है विजय राज जो कि इंस्पेक्टर शिवाजी राव का किरदार निभा रहे हैं वह उनके दोस्त आशुतोष राणा जो की पीटर फर्नांडिस का किरदार निभा रहे हैं उनके पास मदद के लिए जाते हैं पीटर फर्नांडीज एक जर्नलिस्ट रह चुके हैं |
कुछ साल पहले शिवाजी राव के पिता ने किसी काम के लिए घूस ली थी पीटर फर्नांडीज को पता चल गया और उन्होंने यह बात मीडिया में उछाल दी शिवाजी राव के पिता एक सीनियर इंस्पेक्टर थे और बड़ी बदनामी के बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था यही कारण से शिवाजीराव और पीटर फर्नांडिस की गहरी दोस्ती खत्म हो गई थी इसके लिए पीटर फर्नांडीज काफी बार माफ़ी भी मांगते हैं पर बात नहीं बनती इस बार शिवाजीराव खुद होकर पीटर से मदद मांगने जाते हैं उसके बाद दोनों मिलकर इस केस के उलझन को सुलझाने में जुड़ जाते हैं|
सातों साथ किरदार के निजी जिंदगी के बारे में भी इस सीरीज में बताया है और आशुतोष राणा अपने बेटे के सेक्सुअलिटी पर शक करता है और एक पिता के तौर पर चिंतित रहता है क्योंकि जब धारा 377 के लिए धरना नारेबाजी होती रहती है तब वहां पीटर फर्नांडिस ने अपने बेटे को टीवी पर भीड़ में शामिल होते हुए देखा था
अब आगे आपको एक के बाद एक ट्विस्ट एंड टर्न देखने मिलेंगे कभी आपको लगेगा केस सुलझ गया है और कभी आपको लगेगा पहले से और भी ज्यादा उलझ गया है, कहीं ना कहीं हत्यारे का मकसद इंसाफ ही होता है कहानी के रोमांचक टर्न आपको आखरी तक बांधे रखती है आपको यह सीरीज एक बार पूरी जरूर देखनी चाहिए क्योंकि यह सीरीज की खासियत है कि आपको कहीं ना कहीं लगता है यह कहानी मेरे से ही जुड़ी है इसमें एक पिता और बेटे के बीच का इमोशनल संवाद, भावनाओं के उलझन को बखूबी दर्शाया है
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Poacher

IMDB RATING 7.7/10
पोचर वेब सीरीज एक संवेदनशील घटना पर आधारित है पोचर का मतलब ही अवैध शिकार करना होता है यह घटना करीब 1991 की है जब जंगल की सुरक्षा प्रणाली कमजोर रहा करती थी और शिकार धड़ल्ले से होते थे उनमें से एक हाथी का शिकार करना हाथी के दांतों की तस्करी करना है जिसे विस्तार से हमें इस वेब सीरीज में बताया है
यह वेब सीरीज सभी के लिए बहुत रोमांचक है पर खासकर जो लोग जंगल में प्राणी में रुचि रखते हैं उनके लिए बहुत ही इमोशनल होगा जिस तरीके से जंगल का सीन बताया गया है जंगल के लोग बताये है उससे ऐसा लगता है मानो आप प्रत्यक्ष रूप में जंगल के बीच में खड़े होकर हाथी के कदमों को हाथी के जस्बातो को हाथी के झुंड को अनुभव कर रहे हो, इस सीरीज में हाथी का शिकार करने वाले लोगों की पहुंच कितनी ऊपर तक है इसका खुलासा किया है शिकार करने वाले सारे ही दाल के लोगों की काली सच्चाई सामने लाई है
हम सीरियस के किरदार की बात करें तो मुख्य रोल निभाने वाली निमिशा सजायँ ने अपनी पूरी जान डाल दी है सीरीज में निमिशा सजायँ माला नाम की फॉरेस्ट डिपार्मेंट ऑफीसर का अभिनय कर रही है उनके पिताजी खुद एक पोचर होते हैं जो कि हाथियों का शिकार करते थे अब वह इस दुनिया में नहीं है
इसीलिए यह कैसे माला के लिए व्यक्तिगत बन जाता है वह अपने पिताजी से बेहद नफरत करती है वही उनके साथ दिब्येंदु भट्टाचार्य और रोशन माथिव भी नाराज़ आते जो की ईमानदारी से अखरि तक साथ निभाते है इन्होन सीरीज में नील और एलन का किदार निभाया है इन ऑफिसर के निजी जिंदगी के बारे में भी सीरीज में वर्णन किया है, एक के बाद एक केरल की जंगल में पोचर करने वाले सारे पोचर्स होते हैं उनको ढूंढा जाता है और इन्वेस्टिगेशन करके सारा सच पता लगाने का प्रयास किया जाता है आखरी में एक-एक करके सारे ट्विस्ट एंड टर्न्स सामने निकल कर आती है जो आपको आखरी तक बांधे रखता है
आखरी में हम देखते हैं की मरे हुए हाथी के कई शव कंकाल में तब्दील हो गए हैं और वहां पर कई सारे हाथी आके शोक प्रकट करते हैं यह दृश्य देखकर मानो संसार से भरोसा उठ सा जाता है यह सीरीज देखकर पता चलता है कि भारत में कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें गणेश भगवान तो बहुत प्रिय है बहुत बड़े भक्त है लेकिन उन्हें मूर्ति चाहिए हाथी की दांतों से बनी हुई यह रियल में घटित है जो हमें सोचने पर मजबूर कर देती है, यह सीरीज आलिया भट्ट ने प्रोड्यूस की है जो रिची मेहता ने लिखी है आपको इसे एक बार तो जरूर देखना चाहिए
Heeramandi

IMDB RATING 6.4/10
हीरा मंडी यह सीरीज एक सच्ची घटना पर आधारित है के यह घटना 1920 में घटित है इसे ऑनलाइन नेटफ्लिक्स प्लेटफार्म पर 1 में 2024 को रिलीज किया गया है यह सीरीज एक ऐतिहासिक ड्रामा पर आधारित है संजय लीला भंसाली के फिल्मों की गुणवत्ता तो आप जानते ही है उनके जैसे सेट को उपस्थित करना तारीफें काबिल है और सेट पर हर एक छोटी से छोटी चीज के ऊपर ध्यान देना उनके जैसा शायद ही कोई कर पाएगा इन सबसे उनके काम में एक शिष्टता एक लालित्य उभर के आती है |
जो हम साफ देख सकते हैं हीरा मंडी में दिखाई गई नृत्य कला, गाना, रंगी बिरंगी पोशाक, सुंदर से सुंदर चेहरा कुल मिलाकर यह खूबियां सीरीज को अनोखा बनती है और ज्यादा एंटरटेनिंग बनती है जो आपकी आंखों को भटकने नहीं देती संजय लीला भंसाली जी ने बहुत ही बारीकी से काम किया है उनकी खरी मेहनत हम पर्दे पर देख सकते हैं
अब हम अगर कहानी की बात करें तो हीरामंडी नाम की लाहौर में स्थित एक जगह है जहां पर तवायफों का स्थान होता है यह जगह नवाबों के लिए ऐश और आराम की जगह होती है जहां वे जाकर अपनी मानसिक थकावट और शारीरिक भूख मिटाते हैं, यहां हमें काफी सारे किरदारों की दमदार एक्टिंग देखने मिलती है जहां मनीषा कोइराला, अदिति राव हैदरी, सोनाक्षी सिन्हा, संजीदा शेख, शर्मिन सहगल मेहता, ऋचा चड्ढा और ताहा शाह बदुशा इन्होंने सीरीज में अपनी जान डाल दी है |
कहानी में देखे तो हीरामंडी में जब एक लड़की बलिक हो जाने पर उसकी नाथ उतराई का कार्यक्रम किया जाता है ताकि उसी सभा में कई नवाब उस लड़की के लिए बोली लगा सके और फिर जो जीता सबसे ज्यादा बोली लगाकर, वह लड़की उसी की हो जाती है उसी दिन से लड़की के लिए वही एक साहेब रहता है आगे जिंदगी भर उसी साहब के आगे नाच गाना करके बहलाती रहती है उसके बाद वहां का उसूल होता है कि अगर बेटा पैदा होता है तो किसी नवाब के यहां बेच दिया जाता है और अगर बेटी पैदा होती है तो उसे तवायफ की तालीम दी जाती है
आगे पूरी कहानी में बहनों के बीच के नोंकझोंको को तवायफों के कठिन जीवन को विस्तार से बताया गया है हीरा मंडी का हिस्सा अपने नाम करने के लिए बहाने अपनों का ही कत्ल कर देते हैं जिसमें शाही महल की मालकिन होती है रिहाना जान जो सोनाक्षी सिन्हा है दूसरी बहन मलिका जान है जो मनीषा कोइराला है और तीसरी बहन वहीदा जान जो संजीदा शेख है |
आगे आप देखेंगे निजी कारणों के कारण शाही महल की मालकिन रिहाना जान को उनकी छोटी बहन मलिकाजान जान से मार देती है और आगे की कहानी में आपको देखने मिलता है अब हीरा मंडी की मालकिन मलिका जान बन चुकी होती है, अब मलिका जान अपने तौर तरीके से हीरा मंडी को आगे तक ले जाती है उनके कुछ संबंध ऐसे बन जाते हैं जो राजनीतिक होते हैं कहानी के आखिरी आते तक कहानी एक राजनीतिक मुद्दे पर लड़ती दिखाई देती है और इस दौरान कुछ तवायफों की मृत्यु भी हो जाती है |
इस कहानी को और अच्छे से समझने के लिए एक-एक किरदार का दमदार अभिनय देखने के लिए मोईन बेग की लिखी हुई पूरी सीरीज देखनी पड़ेगी |
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Blog written By Varsha Mahnat